आज फैसला हो जाएगा: ऑनलाइन गहलोत पर ऑफलाइन मुसकुराये सचिन, खड़गे का ट्विट: ‘सबकी आकांक्षाओं का ख्याल रखेंगे‘

आरएनई, नेशनल ब्यूरो।

सबसे पहले बात इस तस्वीर से:
यह तस्वीर दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, के.सी. वेणुगोपाल की मौजूदगी में राजस्थान के मसलों पर हो रही मीटिंग की है। माना जा रहा है कि इस मीटिंग में राजस्थान कांग्रेस में संगठन-सत्ता की तस्वीर लगभग साफ हो जाएगी। इस मीटिंग में राजस्थान के लगभग 30 नेता मौजूद हैं। इनमें सचिन पायलट भी मौजूद हैं। अशोक गहलोत पांव में फ्रेक्चर होने के कारण मीटिंग में नहीं गए हैं। वे ऑन लाइन स्क्रीन पर दिख रहे हैं और स्क्रीन के ठीक नीचे बैठे सचिन पायलट न केवल मुस्करा रहे हैं सही शब्दों में कहें तो खिलखिला रहे हैं।

कुछ कह रहा है खडगे का ट्वीट :

ऑनलाइन गहलोत पर ऑफलाइन सचिन की यह खिलखिलाहट तो कुछ संकेत दे ही रही है, कुछ संकेत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का एक ट्विट भी दे रहा है। खड़गे ने इस ट्विट में लिखा है, ‘राजस्थान का हर वर्ग, किसान, खेत-मजदूर, युवा, महिलाएं व समाज का हर वर्ग कांग्रेस पार्टी में अपनी आस्था व्यक्त कर रहा है। हम सब की आकांक्षाओं का ख्याल रखेंगे। राजस्थान का वर्तमान और भविष्य, दोनों कांग्रेस के हाथों में सुरक्षित हैं।

संकेतों से निकलती संभावनाएं :

एक तस्वीर और एक ट्विट मिलकर कुछ संकेत दे रहे हैं। इन संकेतों का खुलासा भी हो सकता है अगले कुछ घंटों में हो जाएं। अभी तक बातें सभी संभावनाओं और अनुमान की है। संभावना यह भी है कि कुछ ही दिन पहले जिस तरह छत्तीसगढ़ के विवादों को ऐसी ही मीटिंग के जरिये सुलझाया था, वैसा कुछ नतीजा सामने आएं। चूंकि अब राजस्थान विधानसभा चुनाव के कगार पर खड़ा है। ऐसे में बड़ी जरूरत सत्ता की बजाय संगठन में महत्व की हो गई है। संगठन में भी ऐसी पॉजीशन सभी बड़े नेता चाहते हैं जिसमे टिकट का बंटवारे में उनका प्रभुत्व हो।

किन पदों पर कौन आ सकता है :

ऐसे में पीसीसी अध्यक्ष, कैंपेन कमेटी, सीडब्ल्यूसी मेंबर, सत्ता में या मंत्रिमंडल में कुछ फेरबदल जैसे फैसले आगे दिखेंगे। कुछ अभी दो घंटे बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ होगा। जब ये फैसले होंगे तो कई चेहरों पर भी फोकस रहेगा। नि:संदेह इनमें सबसे पहला नाम सचिन पायलट का है। डोटासरा को नई जिम्मेदारी देकर प्रदेशाध्यक्ष पद पर किसी और की ताजपोशी भी हो सकती है। ऐसे में रामेश्वर डूडी, हरीश चौधरी, गोविंदराम मेघवाल, प्रतापसिंह खाचरियावास आदि की मीटिंग में मौजूदगी कोई गुल खिला सकती है।

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