नफरत की दुकान के बदले मोदी का नारा: पूरी कांग्रेस लूट की दुकान, झूठ का बाजार

बीकानेर से चुनावी शंखनाद कर मोदी बरसे: मंत्री कमीशन के लिए लड़ रहे, मुख्यमंत्री बेटे का भविष्य बचाने में जुटे

मांगीलाल सुथार और श्री राम रामावत

आरएनई, बीकानेर।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को बीकानेर में आमसभा कर राजस्थान में विधानसभा चुनाव का शंखनाद कर दिया। पूरे तेवर में दिखे मोदी ने राजस्थान की गहलोत सरकार को जमकर घेरा। कांग्रेस और राहुल गांधी पर भी बरसे। ‘नफरत की दुकान‘ जुमले के बदले पूरी कांग्रेस को ‘लूट की दुकान-झूठ का बाजार‘ बताया।


सियासी पारा: सत्ता की गर्मी उतरने वाली है
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां भाषण की शुरूआत में ही राजस्थान सरकार पर जमकर धावा बोला। कहा, इतनी गर्मी में घंटों से बैठे लोगों का उत्साह बताता है कि राजस्थान में मौसम का पारा ही नहीं चढ़ा है वरन कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनता का पारा भी चढ़ चुका है। जब जनता का पारा चढ़ता है तो सत्ता की गर्मी उतरते और सत्ता बदलते भी वक्त नहीं लगता।


हमारी उपलब्धियां: गरीबों को मकान, बैंक खाते, कोरोना में मदद
अभी कुछ देर पहले 24 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण शिलान्यास का अवसर मिला। अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसव वे पर राजस्थान में पड़ने वाला 500 किमी से लंबा सैक्शन अब शुरू हो गया है। इससे पहले दिल्ली-दौसा-लालसोट सैक्शन का शुभारंभ हुआ था। राजस्थान के लिए जितना काम भाजपा सरकार ने किया है, उतना पहले कभी नहीं हुआ है। नौ वर्षों में केन्द्र सरकार जितनी भी योजनाएं लाई हैं, कोशिश यही रही है कि इनका ज्यादा से ज्यादा लाभ राजस्थान को मिले। देशभर के गरीबों के लिए चार करोड़ पक्के मकान बनाए। इसमें से करीब 30 लाख घर राजस्थान के मेरे गरीब भाई-बहिनों को मिलेंगे। करीब 50 करोड़ गरीबों के बैंक खाते खोले। इस वजह से राजस्थान के तीन करोड़ गरीबों को पहली बार बैंक की सुविधा मिली। कोरोना के मुश्किल समय में यही बैंक खाते। गरीबों की सबसे बड़ी ताकत बने। विकास पूरी तरह से जनता तक तब पहुंच पाता है जब देश और प्रदेश की दोनों सरकारें साथ मिलकर ईमानदारी से काम करें। पिछले चार सालों में राजस्थान में हालात इससे बिलकुल उलट रहे हैं।


उनकी नाकामियां: केन्द्र की योजनाओं पर पंजा मार रहा झपट्टा
हम दिल्ली से योजनाएं यहां राजस्थान में भेजते हैं लेकिन यहां जयपुर में कांग्रेस का पंजा उस पर झपटा मार देता है। इनको राजस्थान के लोगों की परेशानी से, आपकी दिक्कतों से कोई लेना-देना नहीं है। अब आप देखिये घर-घर पीने का साफ पानी पहुंचाने की भाजपा सरकार की योजना से भी अब कांग्रेस सरकार को परेशानी है। जिस राजस्थान को जल जीवन मिशन में सबसे टॉप पर होना चाहिए था वह सबसे धीमा काम करने वालों राज्यों में शामिल है। आज देश के 130 से ज्यादा जिले ऐसे हैं जहां शत-प्रतिशत घरों में नल से जल पहुंचा है। इन 130 जिलों में से एक भी राजस्थान का नहीं।
अपने अंदाज के लपेटू सवाल:
अब आप बताइये क्या राजस्थान के लोगों ने गुनाह किया है क्या? किस बात की सजा दे रहे हो? क्या राजस्थान के लोगों ने कोई गलती की है क्या? क्या आपको नल से जल मिलना चाहिए या नहीं चाहिए? आपके घरों में पानी आना चाहिए या नहीं चाहिए? देश के 130 जिलों में आ रहा है, आप का एक जिला होना चाहिए था कि नहीं ?


माइंड सैट बदलने वाली फिरकी जवाब:
गलती राजस्थान के लोगों की नहीं। गलती यहां की कांग्रेस सरकार की है। इस सरकार ने चार सालों में राजस्थान का बहुंत नुकसान किया। ये बात कांग्रेस के नेता भी अच्छी तरह जानते हैं। राजस्थान में कांग्रेस की हार इतनी सुनिश्चित है कि यहां की सरकार अभी से बाय-बाय मोड में आ गई है।
राहुल पर प्रतिकार, गहलोत की योजनाओं पर प्रहार:
कांग्रेस का मतलब है लूट की दुकान, झूठ का बाजार। जो इन दिनों बड़े-बड़े वायदे किए जा रहे हैं उनमें लूट के इरादे और झूठ के पिटारे के सिवाय कुछ नहीं है। कांग्रेस के झूठ और छलावे की राजनीति का शिकार सबसे ज्यादा राजस्थान का किसान हुआ है। आप मुझे बताइये पिछले चुनाव में कांग्रेस ने किसानो का कर्ज माफ करने का वादा किया था? इनके नेता ने दस दिन के भीतर-भीतर कर्ज माफी की कसम खाई थी या नहीं? क्या किसानों का कर्ज माफ हुआ? दस दिन, दस महीने और अब चार साल। कर्ज माफ हुआ क्या? किसानो को कुछ मिला क्या?


किसान की बात: किसान से नफरत, कांग्रेस की फितरत
यहां के किसान इतनी बड़ी मात्रा में बाजरा उत्पादन करते हैं। हमने मोटे अनाज को श्री अन्न के तौर पर प्रमोट किया। दुनिया में पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। बाजरा पड़ौस के हरियाणा में 2350 रूपए प्रति क्विंटल बिका। ज्यादा दूर नहीं हरियाणा में और यहां राजस्थान में किसान वही बाजरा 1300 रूपए प्रति क्विंटल बेचने को मजबूर हो गया। हमने राजस्थान के किसानों के लिए नर्मदा का पानी पहुंचाया। इन्होंने इसे रोकने में भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। किसान से यही नफरत कांग्रेस की फितरत है, यही इनकी हकीकत है।


अपनी बड़ाई, उनकी टांग खिंचाई: कमीशन के लिए लड़ रहे कांग्रेस के मंत्री
विकास के लिए जरूरी होता है कि सरकार ईमानदार भी हो और स्थिर भी हो। आज दुनिया में हिन्दुस्तान का सम्मान बढ़ा है क्योंकि देश में आज एक स्थिर सरकार है। आपने स्थिर सरकार बनाकर मुझे काम करने का मौका दिया है। जिन-जिन प्रदेशों ने लगातार स्थिर सरकारों को चुना है, डबल इंजन सरकारों को चुना है वहां प्रदेश भी तेजी से विकास कर रहे हैं। राजस्थान में चार साल से पूरी कांग्रेस पार्टी और सरकार बस आपस में लड़ रही है। हर कोई एक-दूसरे की टांग खींच रहा है। अपने-अपने गुट को मजबूत बनाने के लिए खुले आम सौदेबाजी हो रही है। एक खेमे के विधायकों को ट्रांसफर पोस्टिंग और लूट की खुली छूट मिली हुई ताकि वो दूसरे गुट में भाग न जाएं। सारे मंत्री लड़ रहे हैं कि इस विभाग में लूट का काम मुझे मिले। मुझे लूटने दिया जाए। इस विभाग का काम उस विभाग को क्यों दिया गया। इस मंत्री का कमीशन उस मंत्री के पास कैसे चला गया।
मुख्यमंत्री पर परिवार पनपाने का सीधा निशाना:


राजस्थान सरकार लूट की खींचतान में लगी पड़ी है और मुख्यमंत्री अपने बेटे का भविष्य बचाने में जुटे हैं। उन्हें राजस्थान के बेटे-बेटियों की कोई चिंता नहीं है। कई मंत्री-विधायक उनसे खार खाए हैं। क्या ऐसे लोग राजस्थान का भला कर सकते हैं। राजस्थान के गांवों का भला कर सकते हैं। किसान-युवा का भला कर सकते हैं। इन लोगों से राजस्थान के विकास की कोई उम्मीद नहीं की जा सकती। इन लोगों केा मैं आज दो टूक कह देना चाहता हूं अब ये भ्रष्टाचार की नूराकुश्ती बहुत हुई। अब लोकतंत्र के बारे में जनता जनार्दन फैसला करेगी। अब राजस्थान को स्थिर सरकार चाहिए। अब राजस्थान को डबल इंजन की सरकार चाहिए। अब राजस्थान को परिवारवाद नहीं विकासवाद चाहिए।

 


अपराध, भ्रष्टाचार, बलात्कार और नकल इंडस्ट्री:
राजस्थान में जब से कांग्रेस आई इसने एक और पहचान बनाई है-भ्रष्टाचार, अपराध और तुष्टिकरण। हालत यह है कि जब भ्रष्टाचार की रैंकिंग होती है तो राजस्थान उसमें नंबर वन आता है। जो राजस्थान अपनी शांति और सौहार्द के लिए जाना जाता था वहां आज आए दिन सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं हो रही है। पूरी कांग्रेस सरकार तुष्टिकरण में लगी हुई है। पेपर लीक की एक अलग इंडस्ट्री खुल गई है। अब तक 17 बड़ी परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं यानी यहां युवाओं के भविष्य से खुलेआम खिलवाड़ हो रहा है।

खाजूवाला की गैंगरेप-मर्डर घटना पर संकेत: बलात्कारियों को संरक्षण दे रही सरकार


महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में, बलात्कार के मामले में राजस्थान सबसे आगे है। हालात ये है कि यहां रक्षक ही भक्षक बन रहे है। दुर्भाग्य यह कि बलात्कार और हत्या के आरोपियों केा बचाने में पूरी सरकार जुटी हुई नजर आती है। अपने वोट बैंक की राजनीति के लिए हमारी बेटियों पर गलत नजर डालने वालों को कांग्रेस संरक्षण दे रही है। राजस्थान के लोग कांग्रेस को अब ज्यादा बर्दाश्त नहीं करेंगे। ये महिलाओं के सम्मान की, आन-बान की धरती है। ये राजस्थान की धरती है। ये मां पन्ना धाय की धरती है। ये वो धरती है जहां हाडा रानी ने अपने पति को युद्ध में भेजने के साथ अपना बलिदान दे दिया था। आत्मसम्मान और धर्म की रक्षा राजस्थान की रगों में हैं। इस पर कीचड़ उछालने की हिम्मत करने वाली कांग्रेस को राजस्थान कभी माफ नहीं करेगा।

ये सत्ता में देश खाते हैं, विपक्ष में विदेश तक जाकर गाली देते हैं:
कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो अगर सत्ता में रहती है तो खा-खाकर देश को खोखला करती है। सत्ता से बाहर रहते हैं तो देश को गाली देने का, बदनाम करने का काम करते हैं। इनको भारत की प्रगति से इतनी तकलीफ है कि इनके नेता विदेश में जाकर भारत को गाली देते हैं। आप को याद होगा जब-जब देश की सेना ने शौर्य दिखाया है तब-तब इन्होंने सेना को नीचा दिखाने के लिए क्या कुछ नहीं बोला। सेना कहती है कि पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक किया, कांग्रेस कहती है, सबूत दिखाओ। कांग्रेस को सेना और सैनिकों से हमेशा दिक्कत रही है।

वन रैंक-वन पेंशन के जरिये सवा लाख पूर्व सैनिक परिवारों से सहानुभूति:


वीरो की धरती राजस्थान है। यहां से इतने युवा सेना में जाते हैं उनसे कांग्रेस चिढी रहती है। हमारे जवान कितने सालों से वन रैंक-वन पेंशन की मांग कर रहे थे। वर्षों तक कांग्रेस की सरकारों ने उसकी उपेक्षा की। यही नहीं सेना के काम में भी ये लोग झूठ ओर धोखेबाजी से बाज नहीं आए। वन रैंक वन पेंशन के लिए हजारों करोड़ रूपए की जरूरत थी लेकिन कांग्रेस सरकार कागज पर केवल 500 करोड़ रूपए दिखाकर ओआरओपी को धोखा दे रही थी। हमारी सरकार ने वन रैंक वन पेंशन लागू किया। पूर्व सैनिकों को इसके तहत करीब 65 हजार करोड़ रूपए मिले हैं। राजस्थान के भी हमारे करीब सवा लाख पूर्व सैनिकों को इसका लाभ मिला है। इससे पता चलता है कि भाजपा और कांग्रेस की सोच-नीयत में क्या फर्क है।

बीकानेर से हुआ तख्ता पलट का सीधा आह्वान:
बीकानेर देश का सीमावर्ती जिला है। संकट के समय ये जिला सबसे पहले देश की रक्षा के लिए खड़ा होता है लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस जिले की भी उतनी ही उपेक्षा की है। कांग्रेस ने दशकों तक सीमावर्ती इलाकों को जान-बूझकर विकास से वंचित रखा। आज हम बॉर्डर पर हाईटेक सड़के बना रहे हैं। सीमावर्ती गांवों के विकास को पहली प्राथमिकता बनाकर वाइब्रेंट विलेज बनाने की कोशिश की है। इन सभी प्रयासों का पूरा लाभ तभी मिलेगा जब यहां डबल इंजन की सरकार होगी। इसके लिए अभी से तैयारियों में जुट जाना है। जीत तय मानकर भाजपा के कार्यकर्ताओं को मेहनत में कमी नहीं करनी है। हमें दूसरे की कमजोरियों पर नहीं अपने परिश्रम पर भरोसा करना है। राजस्थान के लोगों का उत्साह देखकर दावे से कहता हूं, बहुत ही जल्द राजस्थान की सरकार का जाना तय है। मुझे भरोसा है कि आप राजस्थान में डबल इंजन सरकार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

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