बारिश से तबाही: बीकानेर के स्कूल में बच्चे फंसे, ट्रैक्टर लेकर नगर निगम उपायुक्त निकालने गए, देखें वीडियो

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  • डूब रहा श्रीडूंगरगढ, 24 घंटे में 208 मिमी बारिश, राजस्थान में एक दिन में सबसे ज्यादा
  • नोखा में तीन फीट पानी भरा, लोग घरों में फंसे, मोहनपुरा इलाके में डूबती गायों को बाहर निकाला
  • बीकानेर शहर में दीवार ढहने से तीन घायल, सड़कें जलमग्न, कई जर्जर स्कूलों से बच्चों को घर भेजा

आरएनई, बीकानेर जिला।

श्रीडूंगरगढ़ की बस्तियां डूबी :

बारिश ने अब तबाही मचानी शुरू कर दी है। बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में बीती शाम से लेकर देर रात तक हुई बारिश के बाद पूरे कस्बे में पानी ही पानी हो गया। गुरूवार सुबह बीते 24 घंटे में इस कस्बे में 208 मिमी बारिश हुई है जो पूरे राजस्थान में बीते एक दिन की सबसे ज्यादा बारिश है। ‘एक्स्ट्रीमली हैवी रेनफाल‘ की श्रेणी में गुरूवार सुबह की रिपोर्ट में राजस्थान के इस इकलौते कस्बे को रखा गया है। यहां के वार्ड संख्या 20 से 24 तब जगह-जगह कई फीट पानी जमा है। वाल्मीकि बस्ती का अधिकांश हिस्सा पानी में डूबा है। मशीनों के साथ अधिकारी मौके पर हैं। टैंकरों से पानी निकाला जा रहा है। लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर ला रहे हैं।


विधायक महिया बोले- पालिका ने पहले इंतजाम नहीं किए:
श्रीडूंगरगढ के विधायक गिरधारीलाल महिया का कहना है, मैं लगातार प्रशासन और काम में लगे अधिकारियों के संपर्क में हूं। इस बारे में कल ही कलेक्टर से बात की थी और उन्हें चेतावनी दी थी कि हालात बिगड़ सकते हैं। इंतजाम करें। दरअसल यह पूरा इलाका कटोरीनुमा बना है जिसमें जल्द पानी भर जाता है। ऐसे में नगर पालिका को पहले से जितने बंदोबस्त करने चाहिए थे वे समय पर हुए नहीं और हालात बिगड़ गए।


बीकानेर शहर में हालात बिगड़े, लोग पानी में फंसे, दीवार ढहने से तीन घायलः
बीकानेर शहर में हालांकि बीते 24 घंटों में 35 मिमी बारिश हुई है लेकिन कई दिनों से लगातार बारिश होने और पानी की निकासी नहीं होने से निचली बस्तियां डूब गई है। शिवबाड़ी के आस-पास बसी कॉलोनियों पानी में डूबी है। लगभग दो सौ घरों में आने-जाने का रास्ता बंद हो गया है। कई घरों में लोग छतों पर बैठे हैं। पूरा प्रशासनिक अमला मशीनें लेकर वहां देर रात से मौजूद है। नगर निगम आयुक्त केसरलाल मीणा, उपायुक्त राजेन्द्र कुमार के साथ कई पार्षद, जनप्रतिनिधि भी वहां मौजूद हैं। यहां एक स्कूल में कुछ बच्चे फंसे हैं। यह जानकारी सामने आने के बाद नगर निगम के उपायुक्त राजेन्द्र कुमार एक ट्रैक्टर में बैठकर स्कूल तक गए। बच्चों को जेसीबी के पंजे में बिठाकर बाहर निकाला। इस ओर बढ़ते पानी को रोकने के लिए पाळ बांधी जा रही है। इस मानसून सीजन में एक जून से 26 जुलाई तक 233 मिमी बारिश पहले ही हो चुकी है जो सामान्य से 44 प्रतिशत ज्यादा है। बीते 24 घंटों की बारिश इससे अतिरिक्त हैं।


मौके पर मौजूद पूर्व पार्षद एवं सामाजिक कार्यकर्ता आदर्श शर्मा का कहना है, हालांकि अब पूरा प्रशासन जी-जान से जुटा है लेकिन हालात काफी बिगड़े हुए हैं। अगर समय रहते पूर्व इंतजाम हो जाते तो यह नौबत नहीं आती। दूसरी ओर शहर के डागा मोहल्ले में एक दीवार ढहने से तीन लोग घायल हो गए हैं। पुलिस-प्रशासन मौके पर मौजूद है।

नोखा में 55 मिमी बारिश, तीन से चार फीट पानी:
दूसरी ओर नोखा कस्बे में भी बीते 24 घंटों में 55 मिमी बारिश हो चुकी है। यहां एक जून से 26 जुलाई तक 173 मिमी बारिश पहले ही हो चुकी है। ऐसे में अतिरिक्त बारिश होने से कस्बे में हालात बिगड़ गए हैं। नाली-नालियां ओवरफ्लो है। निचले हिस्सों में पानी भर चुका है। मोहनपुरा जैसे इलाके में तीन से चार फीट पानी है। यहां पानी में डूबी गायों को रेस्क्यू कर निकाला गया है।

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