गुढ़ा ने डायरी के तीन पन्ने जारी कर दावा किया, ये धर्मेन्द्र राठौड़ की राइटिंग है

तीन पन्नों की हाइलाइट जो गुढ़ा ने बताई: आरसीए चुनाव में वैभव गहलोत को अध्यक्ष बनवाने के लिए बड़े पैमाने पर हुआ पैसे का लेन-देन
1. सौभागजी पीएस टू सीएम को फोन कर कहा कि मेरा आरसीए वाला हिसाब कर दो, जरूरत है। उन्होंने कहा कि  सीएम साब से बात करके बताता हूं।
2. घर पर भवानी, राजीव खन्ना आए। आरसीए चुनाव का हिसाब कर दिया। भवानी सामोता ने ज्यादातर लोगों से जो वादा किया था, वो पूरा नहीं किया। मैंने कहा, यह ठीक नहीं है। आप इसे पूरा करो तब भवानी सामोता ने कहा मैं सी.पी.साहब की जानकारी में डालता हूं फिर आपको 31 जनवरी तक फाइनल बता दूंगा।
3.वैभवजी मेरे दोनों के आरसीए चुनाव खर्चे को लेकर चर्चा हुई कि भवानी सामोत किस तरह तय करके लोगों को अब तक पैसे नहीं दे रहा है।


आरएनई, स्टेट ब्यूरो। बर्खास्त मंत्री राजेन्द्रसिंह गुढ़ा ने बुधवार को लाल डायरी के पन्ने जारी करने का क्रम शुरू किया है। पहले चरण में तीन पन्ने जारी कर दावा किया है कि इसमें लिखावट आरटीडीसी चेयरमैन धमेन्द्रसिंह राठौड़ की है। इन तीन पन्नों में कुछ लाइनों को हाइलाइट कर बताया गया है जिनमें आरसीए चुनाव के दौरान पैसों के लेन-देन का जिक्र है। आरसीए चुनाव सीएम गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत ने लड़ा और जीता था।


पत्रकारों के सामने ये पन्ने जारी करने के साथ ही गुढ़ा ने आरोप लगाया है कि मुझे धमकाया जा रहा है। माफी मांगने को कह रहे हैं। मेरे खिलाफ मुकदमे करवाकर जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। मैं डरने वाला नहीं हूं। मैं जेल चला गया तब भी डायरी के पन्ने जारी होते रहेंगे।

जब विधानसभा में डायरी छीन ली गई थी उसके बावजूद आपके पास कैसे रह गई? सवाल पर गुढ़ा ने कहा, वह एक पार्ट था। बाकी मेरे पास पड़ा है। मेरे हाथ में डायरी थी। हाउस में छीन ली गई। छीनने वाले के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए थी। मेरे खिलाफ हो रही है। मैं इसे विधानसभा में टेबल करना चाहता था। सब चीज रिकॉर्ड में आ जाती। समर्थक विधायक साथ क्यों नहीं मिले? सवाल पर गुढ़ा ने कहा, शुक्रवार को मेरा निष्कासन हुआ। इससे पहले सभी गुरुवार को मेरे साथ खाना खा रहे थे। सारे लोग राजेन्द्रसिंह गुढ़ा नहीं होते।

मैं अनुकंपा नियुक्ति पर नहीं हूं:

मैं 36 कौम की ओर से जीत कर आया हूं। माताओं-बहिनों ने मुझे आशीर्वाद दिया है। मेरे पास बड़ी कास्ट नहीं है। पार्टी नहीं है। माताओं-बहिनों ने उम्मीद के साथ विधानसभा में भेजा। मेरा जिला राजस्थान में महिला एजुकेशन में नंबर वन पर है। अनुकंपा नियुक्ति पर नहीं हूं। 50 प्रतिशत कांग्रेस वाले तो अनुकंपा नियुक्ति पर है।

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