नोखा : तपस्वी सीमा का तप अभिनंदन, साध्वी राजीमती ने कहा तप की ज्योति कर्म रजो को हटाकर आत्मा को निर्मल बनाती है

आरएनई नोखा। शासन गौरव साध्वी राजीमती की प्रेरणा से सीमा घीया ने मासखमण की तपस्या करने पर रविवार को तेरापंथ सभा भवन में उनका तप अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर साध्वी प्रमुख विश्रुतविभा द्वारा भेजा गया संदेश साध्वी समताश्री ने सुनाया।

साध्वी कुसुम प्रभा, साध्वी पुलकित यशा, साध्वी प्रभात प्रभा, साध्वी विधि प्रभा ने कहां की जैसे अग्नि में तपकर सोना शुद्ध बनता है, वैसे ही तप की ज्योति कर्म रजो को हटाकर आत्मा को निर्मल उज्जवल बनाती है। निर्जरा के बारह भेदों में पहला तप है। यह साधना अल्पकालीन होती है और जीवनपर्यंत भी होती है।

तपस्या करने वाले अल्पकालीन अनशन की आराधना करते हैं। तप करना बहुत कठिन होता है विरला व्यक्ति ही कष्ट कठिनाइयां सहन करके अपनी आत्मा को निर्मल बनाते हैं। तथा तपस्या के द्वारा जैन शासन को प्रभावना में योगभूत बनाते हैं। साध्वीश्री ने सीमा घीया की तपस्या की शुरुआत की भी विस्तार से जानकारी दी किस तरह सीमा की मासखमण तपस्या पूरी हुई। इन्होंने सीमा के प्रति मंगल कामना की।

इस अवसर पर शासन गौरव साध्वी राजीमती ने कहा कि जैन धर्म में तप मोक्ष प्राप्ति के चार साधनों में से एक है। तप करने वालों के लिए भगवान ने विवेक की तराजू दी है, जिसमें तपस्वी अपनी शारीरिक और मानसिक शक्ति को तोलकर तप साधना में अग्रसर हो सकता है।

उन्होंने कहा कि अपना शरीर का बल, मन का बल, श्रद्धा आरोग्य क्षेत्र और समय आदि को समझ कर तप धार्मिक प्रवृत्ति में जुड़ना चाहिए। साध्वीश्री ने कहा की तपस्या दवा से अधिक लाभकारी है। यह प्राकृतिक चिकित्सक भी मानते हैं। तपस्या धीरे-धीरे हमारे तेजस शरीर को प्रभावित करके कर्म शरीर तक को प्रभावित करने में सक्षम है। इस अवसर पर तेरापंथ भवन में विराजित वृद्ध साध्वी कानकंवर व मानकंवर भी इस तप अभिनंदन समारोह में उपस्थित रहे। 20 से अधिक श्रावक श्राविकाओ ने उपवास का व्रत आज के दिन करके सीमा घीया को उपहार स्वरूप दिया।

इस अवसर पर डॉ. प्रेमसुख मरोठी, सभा के पूर्व अध्यक्ष मुलचंद चौरडिया, तेरापंथ सभा के अध्यक्ष निर्मल भुरा, सचिव लाभचंद छाजेड़, कुसम छाजेड़, मंजू बैद आदि ने साहित्य एवं स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र देकर तपस्वी को सम्मानित किया। आभार मनोज घीया ने व्यक्त किया।

इन्होंने भी रखे अपने विचार : महिला मंडल, कन्या मंडल, युवक परिषद, निर्मल भुरा, सभा अध्यक्ष, महिला मंडल जोरावरपुरा, लाभचंद छाजेड़, जयश्री भूरा, इंदरचंद बेद, मोनिका भुरा, सुमन मालू, विनोद घीया, बबिता लुणावत, नैतिक घीया, पंकज चोरडिया, समता रांका, परवीना खंजाची हर्षित, गजेंद्र पारख अध्यक्ष तेरापंथ युवक परिषद, तोलाराम घीया आदि।

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