उफ गर्मी… मई में 42 डिग्री रहता है बीकानेर का औसत तापमान, 2016 में 50 के पास पहुंचा

पीबीएम में उल्टी-दस्त के रोगियों की भीड़, लू से पीड़ितों के लिए अलग वार्ड, बर्फ का इंतजाम
स्वास्थ्य विभाग फिंकवा रहा सड़ा-गला सामान, पूरे जिले के डाॅक्टर्स को अलर्ट-कूलर तैयार रहें, ग्लूकोज का स्टाॅक रखें
बीकानेर 13 मई।
अभी दोपहर के 1.10 बजे हैं। तापमापी में पारा 42.2 डिग्री सेल्सियस तक चढ़ चुका है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अभी गर्मी और बढ़ेगी। एक दिन पहले ही तापमान 45 को पार कर चुका है। हालांकि बीकानेर में मई महीने को देखते हुए तापमान के ये तेवर सामान्य है। वर्ष 1991 से 2020 तक के 30 सालों का तापमानी इतिहास देखें तो सामने आता है कि मई में हर दिन का अधिकतम तापमान औसतन 42.2 डिग्री रहता है। ऐसे में औसत के लिहाज से यह तापमान ठीक है। हर साल कम से कम एक बार तो 45 का आंकड़ा पार करता ही है। वर्ष 2016 की 19 मई को तापमान ने 49.4 डिग्री का आंकड़ा छुआ। मतलब यह कि 50 के पास पहुंच गया। ऐसे में बीकानेरवासियों को गर्मी की आदत तो है लेकिन इस बार गर्मी का अहसास ज्यादा होने की वजह है इसका देरी से आना। मई के पहले सप्ताह तक कूलर की जरूरत भी बमुश्किल पड़ी थी। अब अचानक एसी भी हांफने लगे हैं।
यही वजह है कि सबसे व्यस्त रहने वाले कोटगेट से महात्मा गांधी मार्ग तक आवाजाही थम-सी गई है। खासतौर पर रेलवे क्राॅसिंग बंद होने के बाद धूप से बचने के लिए अधिकांश राहगीर कोटगेट दरवाजे के नीचे ही ठहर गए हैं। ट्ैफिक पुलिसकर्मी बार-बार उन्हें रास्ता देने के लिए आगे बढ़ने को कहता है लेकिन इस कहने में पुलिसिया दबाव बिलकुल नहीं है। दिनभर तपती धूप में ड्यूटी करने वाला यह शख्स इस गर्मी में खड़े होने को कुछ इंच छांव मिल जाने की राहत समझ सकता है। ट्ेन गुजर जाने के बाद थोड़ी हलचल बढ़ती है लेकिन कुछ ही देर बाद बाजार में फिर सुस्ती-सी छा जाती है।
सीजनल वार्ड भरा:
पीबीएम हाॅस्पिटल में आपातकालीन इकाई के पास बनाए गए सीजनल वार्ड के सभी बैड फुल हो गए हैं। लगभग हर बैड पर सो रहे मरीज को ग्लूकोज चढ़ाई जा रह है। मेडिसिन आउटडोर से लेकर आपातकालीन इकाई तक में पहुंच रहा हर तीसरा रोगी गर्मीजनित बीमारी से पीड़ित है। मसलन उसे उल्टी, दस्त, सर्द-गर्म से होने वाला जुकाम, पेट दर्द सता रहा है।
इंतजाम: पीबीएम हाॅस्पिटल सुपरिटेंडेंट डाॅ.पी.के.सैनी ने प्रमुख चिकित्सकों की मीटिंग लेकर गर्मी जनित दवाइयों के लिए जरूरी दवाइयां की सूची ली। इन सभी दवाइयों की आपूर्ति चैक की। वार्ड इंचार्ज को हिदायत दी-कोई दवाई और जरूरत का सामान कम लगे तो तुरंत मुझसे संपर्क करें।
स्वास्थ्य विभाग ने तीन स्तर पर तेज किया काम :
1. स्वास्थ्य टीमें मैदान में उतारी। ये हर दिन जिले के अलग-अलग इलाकों में घूमकर खाद्य पदार्थों की जांच कर रही है। जहां भी कुछ खराब दिखता है उसे नष्ट करवा रहे हैं। मिलावट वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।
2. जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों की हर दिन माॅनीटरिंग-रिपोर्टिंग। गर्मी जनित बीमारियों में उपयोग हो रही दवाइयों की समीक्षा। कूलर-पंखे, फ्रिज, एसी की मरम्मत और ठीक होने की फिजिकल रिपोर्ट।
3. घरों में सप्लाई हो रहे पेयजल के नमूनों की जांच;
डा.मोहम्मद अबरार पंवार, सीएमएचओ

बीते कुछ सालों में मई के महीने में तापमान के तेवर:

 

खास बात: मौसम, मई और बीकानेर

मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 1991 से 2020 तक के 30 सालों का मौसम अध्ययन बताता है कि मई महीने में औसतन अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री रहता है। इस महीने का औसतन न्यूनतम तापमान 27.7 डिग्री होता है। इस महीने में औसत 1.6 दिन बारिश होती है जिसका आंकड़ा 23.7 मिमी होता है। मई में औसतन चार दिन आंधी के होते हैं।

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