शिक्षक संघ शेखावत की शिक्षा मंत्री के साथ दूसरे दौर की वार्ता के बाद मांगों पर बनी सहमति

महापड़ाव समाप्त, जयपुर पैदल कूच स्थगित

10-11 जून को संगठन के प्रांतीय चिन्तन शिविर में होगी वार्ता की समीक्षा| पीएफआरडीए बिल, एनपीएस का बकाया पैसा और नई शिक्षा निति के विरोध हेतु आगामी आन्दोलन की रणनीति पर होगा विमर्श।

आरएनई न्यूज, बीकानेर| शिक्षकों की ज्वलंत मांगों को लेकर राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) का गत आठ दिनों से शिक्षा निदेशालय बीकानेर पर चल रहा महापड़ाव शिक्षा मंत्री से दूसरे दौर की वार्ता में बनी सहमति के बाद समाप्त कर, बीकानेर से जयपुर पैदल कूच को स्थगित कर दिया है।


जिला प्रवक्ता भंवर सांगवा ने बताया कि शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला से वार्ता का निमंत्रण मिलने के बाद प्रथम दौर की वार्ता प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग के नेतृत्व में महामंत्री उपेन्द्र शर्मा, सभाध्यक्ष याकूब खान, प्रदेश मंत्री श्रवण पुरोहित एवं संयोजक संघर्ष समिति पोखरमल सहित पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ शासन सचिवालय जयपुर में हुई, जिसमें कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाई थी। सभी मांगों पर ठोस निर्णय लेने के लिए शिक्षामंत्री को दूसरे दिन दोपहर तक का समय देकर प्रतिनिधिमंडल वापिस महापड़ाव स्थल बीकानेर आ गया। दूसरे दौर की वार्ता संगठन के प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग, महामंत्री उपेंद्र शर्मा, सभाध्यक्ष याकूब खान, प्रदेश मंत्री श्रवण पुरोहित और संघर्ष समिति संयोजक पोखरमल के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की शिक्षा मंत्री से उनके बीकानेर आवास पर हुई, जिसमें दोंनों पक्षों ने प्रत्येक मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की।


महामंत्री उपेन्द्र शर्मा ने बताया कि शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने हेतु वर्ष भर चलने वाले बीएलओ कार्य से मुक्त करने के लिए गैर शैक्षणिक कर्मचारियों को इस कार्य हेतु नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाए| मंत्री ने बीएलओ  कार्य के लिए अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर शिक्षकों को बीएलओ कार्य से मुक्त करने के लिए निर्वाचन विभाग को पत्र लिखे जाने तथा कलक्टर्स को पत्र लिखने पर सहमति हुई। थर्ड ग्रेड शिक्षकों के जल्द स्थानांतरण और स्थाई तबादला नीति पर शिक्षामंत्री ने कहा कि स्थानांतरण नीति तैयार है और थर्ड ग्रेड सहित सभी संवर्ग के शिक्षकों के स्थानांतरण भी शीघ्र होंगे लेकिन घोषणा मुख्यमंत्री द्वारा की जायेगी, इस पर सहमति बनी। वाइस प्रिंसिपल के 50 प्रतिशत पदों पर विभागीय सीधी भर्ती के मुद्दे पर शिक्षामंत्री द्वारा मुख्यमंत्री को प्रस्ताव बनाकर भेजने पर सहमति हुई। शिक्षकों की पदोन्नति का प्रकरण न्यायालय में है इसलिए बकाया पदोन्नति की प्रक्रिया तदर्थ पदोन्नति से पदों को भरने पर सहमति हुई। नव सृजित पदों की वित्तीय स्वीकृति जल्दी ही जारी करने और बढ़े हुए नामांकन के आधार पर पदों का सृजन करने पर भी दोनों पक्षों में सहमति बनी ।


जिला प्रवक्ता भंवर सांगवा ने बताया कि महापड़ाव स्थल पर सभा को महावीर सिहाग, उपेंद्र शर्मा, श्रवण पुरोहित, भंवर पोटलिया, शिव शंकर गोदारा, रेवंत राम गोदारा, रती राम सारण, देवेंद्र जाखड़, मनीष ठाकुर, रामनिवास गोदारा, राजेश तरड़, महेंद्र पवार, हेमेंद्र बाना, सोहन कुकणा, कानाराम चौधरी, हरिराम सहू, कैलाश वैष्णव, श्रीराम बिश्नोई सहित कई शिक्षक नेताओं ने सम्बोधित किया। सैकड़ों शिक्षकों ने नारेबाज़ी करते हुए सफल वार्ता पर ख़ुशी का इजहार किया।


प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग ने कहा कि शिक्षामंत्री से वार्ता सकारात्मक रही है| हम उम्मीद करते हैं कि सरकार शिक्षकों की वाजिब मांगों का शीघ्र निराकरण करेगी। यदि सरकार ने दस दिन में माँगो पर उचित कार्यवाई नहीं की तो संगठन दस दिन बाद दो दिवसीय चिन्तन शिविर का आयोजन करेगा, जिसमें प्रदेश की सभी उपशाखाओं से लेकर प्रान्तीय कार्यकारिणी के सदस्यों को आमंत्रित किया जायेगा जिसमें आगामी आन्दोलन की रणनीति तैयार की जायेगी ।

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