राजस्थान के साहित्यकारों द्वारा पांच जुलाई तक भिजवाई जा सकेंगी प्रविष्टियां

आरएनई, स्टेट ब्यूरो।  राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2023-24 में विभिन्न अकादमी पुरस्कारों हेतु राजस्थान निवासी लेखकों से प्रविष्टियां आमंत्रित की गई हैं। अकादमी अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण ने बताया कि सर्वोच्च ‘मीरां पुरस्कार’ हेतु गद्य-पद्य विधा की मौलिक, सृजनात्मक दिशापरक कृतियां आमंत्रित हैं। साथ ही कविता विधा मे ‘सुधीन्द्र पुरस्कार’, कथा-उपन्यास विधा में ‘रांगेय राघव पुरस्कार’, नाटक-एकांकी विधा में ‘देवीलाल सामर पुरस्कार’, निबंध, आलोचना, पाठ-संपादन, साहित्येतिहास विधा में ‘देवराज उपाध्याय पुरस्कार’, ललित गद्य, रेखाचित्र, संस्मरण, रिपोर्ताज, यात्रावृत्त, व्यंग्य, आत्मकथा, जीवन चरित्र आदि विधा में ‘कन्हैयालाल सहल पुरस्कार’, बाल साहित्य में ‘शम्भूदयाल सक्सेना पुरस्कार’ तथा प्रथम प्रकाशित कृति हेतु ‘सुमनेश जोशी पुरस्कार हेतु भी प्रविष्टियां आमंत्रित की गई हैं।


अकादमी सचिव डॉ. बसंत सिंह सोलंकी ने बताया कि इन पुरस्कारों हेतु वर्ष 2020, 2021 और 2022 में प्रकाशित पुस्तकों की प्रविष्टियां ही नियमानुसार मान्य होगी। अकादमी में प्राप्त पुस्तकें लेखकों को लौटाई नहीं जाएंगी। एक लेखक द्वारा इन आठ पुरस्कारों में से किसी एक पुरस्कार हेतु ही प्रविष्टि भिजवाई जा सकती है। सोलंकी ने बताया कि इन सभी पुरस्कारों में प्रविष्टियां भिजवाने की अंतिम तिथि 5 जुलाई, 2023 है। इन योजनाओं के नियम प्रपत्र अकादमी कार्यालय तथा अकादमी की सभी सोशल साइट्स पर उपलब्ध हैं।अधिक जानकारी के लिए प्रांत के साहित्य अकादमी के दूरभाष नंबर 0294-2461717 पर भी संपर्क कर सकते हैं।

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