एसकेडी यूनिवर्सिटी में पायलट प्रोजेक्ट, स्टूडेंट्स के मॉक इंटरव्यू शुरू

45 दिनों में स्टूडेंट्स ने सीखा अंग्रेजी बोलने का हुनर

आरएनई, हनुमानगढ़।
श्री खुशालदास विश्वविद्यालय परिसर में बीएड डिग्री धारकों और शिक्षा संकाय के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों में स्किल डेवलपमेंट के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहले बैच के स्टूडेंट्स ने डिजिटल बोर्ड पर सफलतापूर्वक अपनी टीचिंग प्रैक्टिस की। हनुमानगढ़ जिले के ग्रामीण अंचल से जुड़े इन विद्यार्थियों में एक नया उत्साह देखने को मिल रहा है क्योंकि न केवल वे पहली बार पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के जरिए डिजिटल बोर्ड पर क्लास कर रहे हैं, बल्कि वे अंग्रेजी भाषा में अपना लेक्चर भी डिलीवर कर रहे हैं।

शुरुआती दिनों में स्टूडेंट्स में अंग्रेजी भाषा को लेकर बहुत संकोच था और अपनी डिग्री पूरी करने के बावजूद भी उनमें कम्प्यूटर ज्ञान उतना परिपक़्व नहीं था। लेकिन उनकी लगन और इस प्रोजेक्ट से जुड़े टीचर्स की प्रतिबद्धता के कारण उनमें आगे बढ़ने का जज्बा पैदा हुआ और वे अब कम्प्यूटर में दक्ष होकर अंग्रेजी भाषाई कौशल में अपने आपको और शिद्दत से निखार रहे हैं। पहले बैच के स्टूडेंट्स ने लैंग्वेज, ग्रामर, कम्प्यूटर, स्टूडेंट्स काउन्सलिंग, सोशल मीडिया, टीचिंग प्रैक्टिस आदि कई स्किल्स में सफलता अर्जित की है।

एम्प्लॉयबिलिटी स्किल्स के लिए शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट के स्टूडेंट्स के मॉक इंटरव्यू आज से शुरू कर दिए गए जिसमें साक्षात्कार के दौरान स्टूडेंट्स को बॉडी , कॉन्फिडेंस लेवल, आई कांटेक्ट, संवाद कौशल आदि विषयों की बारीकी को समझाया गया। इंटरव्यू पैनल में छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. संजय मिश्रा, स्पेशल एजुकेशन से डॉ. सत्यनारायण, इंग्लिश लैंग्वेज के डॉ. नीरज दुबे और महेश शर्मा शामिल थे। गौरतलब है कि गुरु गोविन्द सिंह चेरिटेबल ट्रस्ट की पहल पर ये प्रकल्प शिक्षा संकाय के स्टूडेंट्स के लिए प्रारम्भ किया गया था।

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