बधाई हो..ठीक हो गया ठाकुरजी का बुखार, खुल गए मंदिर के द्वार, 20 को करेंगे विहार

ठंडे पानी से नहाकर बीमार हुए जगन्नाथजी को 15 दिन काढ़ा पिलाया, ठीक होते ही भक्तों को नवयौवन दर्शन दिए, रथ शुद्धि और हवन कल

रितेश जोशी

आरएनई, बीकानेर। कोटगेट से पुरानी जेल की ओर से जाने वाली रोड पर बीकानेर का प्राचीन जगन्नाथजी मंदिर। आज सुबह से ही यहां भक्तों का तांता लगा है। वजह, ठाकुरजी आज 15 दिन बाद भक्तों को दर्शन देंगे।
ऐसा क्यों? सवाल पर पुजारी श्रवण पांडे कहते हैं, ठाकुरजी को बुखार था। उन्हें 15 दिन तक काढ़ा पिलाया जा रहा था। पूजा निजी मंदिर के अंदर पुजारी-सेवक ही कर रहे थे। सबके लिए दर्शन नहीं खुल रहे थे। अब बुखार ठीक है।
…और मंदिर के पट खुल गए। एक पखवाड़े बाद ठाकुरजी के दर्शन पाकर भक्त धन्य हो गए। आज छवि भी निराली रही। हरे रंग के चमकीले कपड़ों में सजे-धजे दिखे जगन्नाथजी और भाई-बहिन सहित पूरा परिवार। पता चला, यह नवयौवयन दर्शन है। मतलब यह कि बुखार ठीक होने के बाद ठाकुरजी ने नए यौवन के साथ भक्तों को दर्शन दिए।
बुखार चढ़ा कैसे? सवाल का भी जवाब काफी रोचक है। परंपरा के मुताबिक ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन ठाकुरजी घड़ों में भरे ठंडे पानी से नहाते हैं। इसी वजह से बुखार चढ़ जाता है। ऐसे में 15 दिन दवाई (काढ़ा) लेते हैं। बुखार ठीक होने के बाद नवयौवन दर्शन देते हैं। इसके साथ ही शुरू हो जाती है रथयात्रा की तैयारी।

रथों की शुद्धि और हवन कल, यात्रा परसों:
पुजारी श्रवण पांडे कहते हैं, अब रथयात्रा की तैयारी जोरो पर हैं। कल यानी 19 जून को रथों का शुद्धिकरण होगा। इसके साथ ही यज्ञ भी होगा। परसों यानी 20 जून को धूमधाम से रथयात्रा निकलेगी। तीन रथों में भगवान जगन्नाथजी, बलभद्रजी और सुभद्रा जी विराजेंगे। भक्त इन रथों को अपने हाथों से खींचते हुए रतनबिहारी पार्क के रसिक शिरोमणिजी मंदिर तक ले जाएंगे।

रसिक शिरोमणि मंदिर में क्या होगा:
पुजारी श्रवण पांडे के मुताबिक इन नौ दिनों में ठाकुरजी को तरह-तरह के पकवानों का भोग लगेगा। जगन्नाथ महात्म्य की कथा चलती रहेगी। श्रद्धालु यहां पहुंचकर समय-समय के दर्शनों का पुण्य प्राप्त कर पाएंगे। इसके बाद वापस यात्रा निज मंदिर पहुंचेगी।

उधर..पुरी में जुटेंगे देशभर के 25 लाख श्रद्धालु :

भगवान जगन्नाथ रथयात्रा सनातन धर्मावलंबियों के लिए बहुत बड़ा पर्व है। उड़ीसा के पुरी जिले में जगन्नाथ धाम में मुख्यतया यह पर्व मनाया जाता है। देशभर के दूसरे शहरों में उसी तर्ज पर प्रतीकात्मक यात्रा निकाली जाती है। पुरी में प्रशासन ने जो व्यवस्थाएं की हैं उसके मुताबिक पूरे पर्व के दौरान वहां 25 लाख लोगों के पहुंचने का अनुमान है। रथयात्रा 20 को निकलेगी। इस दिन लगभग 10 लाख लोग यहां मौजूद रहेंगे। प्रत्येक भक्त की इच्छा होती है कि भगवान का रथ वह अपने हाथ से खींचे।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129