ये तो बीते साल का झटका है…बीते साल सात पैसे से बढ़ाकर 52 पैसे तक कर दिया फ्यूल चार्ज, अब एक साथ हो रही वसूली

रमेश बिस्सा

आरएनई, बीकानेर।  सरकार ने सौ यूनिट बिजली फ्री देने का सपना दिखाया। बिजली बिलों में इसका फायदा भी मिलने लगा है। लेकिन दूसरी तरफ फ्यूल चार्ज के नाम पर उपभोक्ताओं की जेब पर भार बढ़ा दिया। फ्यूल चार्ज तो हर बिल में जुड़कर आ ही रहा है। वर्तमान में जो बिल आया है, उसमें फ्यूल चार्ज एक मुश्त एक साथ वसूला जा रहा, तो आमजन के घर का बजट गड़बड़ा गया। इसको लेकर जनप्रतिनिधि से लेकर आम लोगों तक हर कोई विद्युत निगम को कोस रहे हैं। लोग इसको लेकर रोष भी जता रहे हैं। यह चार्ज बीते साल का वसूला जा रहा है।

यूं समझे कैसे लगा चार्ज
बिजली उपभोक्ताओं से हर तीन माह में बिलों के साथ ही फ्यूल चार्ज वसूला जाता है। इसके लिए दरें निर्धारित है। जानकारी के अनुसार इस बार जून में जो बिजली उपभोक्ताओं के पास आया है। उसमें 1 जनवरी 2022 से 30 सितंबर  2022 तक उपभोक्ताओं ने जितनी बिजली का उपयोग किया है। उसके आधार पर निर्धारित दरों से फ्यूल चार्ज जोड़ा गया है।

50 यूनिट तक सरकार करती है वहन
कृषि कनेक्शन और हर महीने 50 यूनिट से कम बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ता के फ्यूल सरचार्ज का पैसा सरकार वहन करेगी। फ्यूल सरचार्ज का पैसा तीन महीने तक बिल में जुड़कर आता है। फ्यूल सरचार्ज हर महीने 50 यूनिट से ज्यादा बिजली खर्च करने वालों से ही वसूला जाता। किसानों के सिंचाई के कनेक्शन पर फ्यूल सरचार्ज नहीं लिया जाएगा।
कोयला खरीद के आधार पर ही लगाया जाता है।

पहली तीमाही में 7 पैसे प्रति यूनिट
विद्युत निगम ने पहली तीमाही में फ्यूल चार्ज सात पैसे प्रति यूनिट से लगाया गया है। इसकी वसूली 60 किस्तों में की जानाी है। इसमें शहरी उपभोक्ताओं के बिजली का बिल 1 माह का है, तो उनके लिए सात पैसा यूनिट और ग्रामीण क्षेत्र में दो माह से बिल जारी होता है, तो ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए यह चार्ज 14 पैस प्रति यूनिट की दर निर्धारित है।

दूसरी तिमाही 1 अप्रेल से 30 जून तक 45 पैसा प्रति यूनिट से वसूली की गई। इसमें तीन माह में उपभोग की गई बिजली के आधार पर बिलों में फ्यूल चार्ज लगाया गया है।

तीसरी तिमाही 1 जुलाई से 30 सितंबर तक जो वसूली की गई उसमें फ्यूल चार्ज की दरें 52 पैसे प्रति यूनिट लगाया गया है। विद्युत निगम ने नौ माह के बिजली उपभोग के आधार पर वसूली की गई विद्युत निगम भेजता है प्रस्ताव फ्यूल चार्ज चार्ज की दरें विद्युत नियमन आयोग निर्धारित करती है। इसके लिए विद्युत निगम प्रस्ताव तैयार करके भेजती है। इसके बाद नियमन आयोग अपने स्तर पर इसकी समीक्षा करने के बाद दरें तय करता है।

इतने उपभोक्ता है.. 
बीकानेर जिले में करीब पांच लाख उपभोक्ता है। इसमें बीकानेर शहरी क्षेत्र में लगभग 1 लाख 80 हजार उपभोक्ता है, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 3 लाख 5 हजार 409 उपभोक्ता है, जो बिजली का उपयोग करते है। इसमें घरेलू, अघरेलू, कृषि व आम उपभोक्ता है।

आरईआरसी करती है निधारित
बिजली बिलों में फ्यूल चार्ज की दरें विद्युत नियमक आयोग निर्धारित करती है। विद्युत निगम प्रस्ताव बनाकर भेजता है। उसके बाद कितनी दरें होनी चाहिए इसका निर्णय वहीं से होता है। इस बार बिलों में जो चार्ज लगकर आया है वो बीते साल का है। आरएस मीणा, अधीक्षण अभियंता, बीकानेर

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129