कांग्रेस की पहली सूची में दो बार हारी सीटों के होंगे उम्मीदवार, बीकानेर की 2 सीट इस श्रेणी में

आरएनई,बीकानेर।

विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगते ही भाजपा ने अपने 41 उम्मीदवारों की सूची सोमवार को जारी कर दी। उस दिन दिल्ली में कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी की मीटिंग भी चल रही थी। भाजपा की सूची के बाद कांग्रेस पर सूची जारी करने का दबाव बढ़ गया है। इसीलिए सोमवार को पहले के सी वेणुगोपाल के निवास पर बैठक हुई। कल गौरव गोगोई की अध्यक्षता वाली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक 15 GRG में हुई। जिसमें प्रभारी, सह प्रभारी, सचिव, पीसीसी चीफ शामिल हुए। शाम को फिर चुनाव समिति की दिल्ली में बैठक हुई। अब 12 दिसंबर को बैठक होगी जिसमें पहली सूची के लिए सीडब्ल्यूसी को भेजने वाला पैनल तैयार किया जायेगा। इन तेज राजनीतिक गतिविधियों को देखते हुए लगता है कि कांग्रेस 12 के बाद कभी भी अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर देगा।

सूत्रों की जानकारी के अनुसार स्क्रीनिंग कमेटी व चुनाव समिति पहले चरण में उन सीटों पर विचार कर रही है, जहां वो लगातार पिछले दो चुनाव हारी है। इन सीटों पर पार्टी ने सर्वे कराया है और मधुसूदन मिस्त्री ने ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की है। इन सबके आधार पर उम्मीदवार का चयन होगा। बताया जाता है कि इन सीटों पर कई जगह इस बार पार्टी चेहरा बदल सकती है। इस बात के लिए भी सर्वे में सवाल रखा गया था। मिस्त्री ने भी इन सीटों के लिए दावा करने वाले नेताओं से वन टू वन बात की थी। कांग्रेस का टारगेट इनमें से कुछ सीटें जीतने का है। इसलिए उम्मीदवार चयन का इकलौता आधार ‘ जिताऊ ‘ होना ही होगा।

कुछ सीट ऐसी भी है जहां कांग्रेस पिछले तीन चुनाव लगातार हारी है। उन पर भी स्क्रीनिंग कमेटी में चर्चा हुई। इन सीटों के सर्वे को भी अच्छी तरह से खंगाला गया है। ग्राउंड रिपोर्ट के तथ्य भी देखे गये हैं। इस श्रेणी की सीटों पर उम्मीदवार चयन करने में विशेष सावधानी बरती जा रही है।

दो बार हारी सीटों में बीकानेर जिले की भी श्रीडूंगरगढ़ व लूणकरणसर सीटें शामिल है। वहीं बीकानेर पूर्व सीट लगातार तीन बार कांग्रेस हारी है। स्क्रीनिंग कमेटी का फोकस दो बार हारी सीटों पर पहले है। इन सीटों पर सम्भवतः उम्मीदवार पहली सूची में तय हो जायेंगे। ताकि उनको चुनाव लड़ने के लिए प्रयाप्त समय मिले। आलाकमान इन सीटों पर पिछले परिणाम बदलना चाहता है और उसके लिए इन सीटों के जातिगत समीकरण का भी आंकलन किया गया है। प्रदेश की दो बार हारी सीटों पर कांग्रेस नये चेहरे उतार सकती है।

कुल मिलाकर कांग्रेस अब उम्मीदवार चयन का काम जल्दी करना चाहती है। क्योंकि उसे पता है कि भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची भी तैयार कर रखी है। पहली सूची भले ही 9 अक्टूबर को जारी हुई थी मगर भाजपा ने उम्मीदवार 1 अक्टूबर की बैठक में ही तय कर लिए थे। कांग्रेस की पहली सूची ये बात तय कर देगी कि टिकट का आधार सर्वे व ग्राउंड रिपोर्ट है या सिफारिश।
– मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘

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